तबलीगी जमात या “साजिश” भारत में कोराना की दावत की?

देहरादून। तबलीगी जमात के मुख्यालय दिल्ली का निजामुद्दीन मर्कज मस्जिद भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे बड़े स्रोत के तौर पर उभरा है। यहां मध्य मार्च में हुए जमात में देश के कई राज्यो एवम विदेश से आए लोगों के जरिए देश के तमाम हिस्सों में कोरोना वायरस फैला है, जिनमें कुछ की मौत भी हो चुकी है। मध्य मार्च के जमात के अलावा 26 मार्च को भी मरकज में मजहबी जलसा हुआ जिसमें करीब 2 हजार लोगों ने हिस्सा लिया।उत्तराखंड से इस जमात में 26 लोग शामिल हुए जिसमें से 11 जनपद हरिद्वार से, 11 जनपद देहरादून से तथा 3 जनपद उत्तरकाशी से शामिल हुए। गोडाउन के चलते हुए अभी 26 के 26 लोग दिल्ली में ही हैं। वह भी तब जब पूरे देश में लॉकडाउन लागू था।

रिद्वा डिस्ट्रिक्ट के जमात मे शामिल लोगों की सूची।

मर्कज में मिले 16 देशों से जुड़े 281 विदेशी
अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो दिनों में दिल्ली पुलिस को निजामुद्दीन के मर्कज मस्जिद में 1830 लोग मिले हैं, जिनमें से 281 विदेशी हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों को अलग-अलग क्वारंटीन सेंटरों और अस्पतालों के आइसोलेशन वार्डों में भेज दिया गया है। इनमें से कम से कम 200 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। अधिकारियों के मुताबिक, 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन के ऐलान के बाद भी 16 देशों के 281 नागरिक तबलीगी जमात के मर्कज में रुके हुए थे। वर्तमान समय तक मरकज मेंं आये 1830 लोगों में से 24 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जो कि एक भयावह स्थिति का घोतक है

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